एक अभियान है पतविंदर
सरदार पतविंदर सिंह का कहना है कि गंगा की अविरलता व निर्मलता एक सत्य है गंगा में कचरा डालना तो दूर इसमें दातुन करना यहां तक कि स्नान के पश्चात भीगे वस्त्रों को निचोड़ना तक निषेध है नदियों में सबसे पवित्र नदी मानी जाने वाली गंगा को स्वच्छ रखना हम सब का नैतिक कर्तव्य है सरदार पतविंदर सिंह गंगाजल की स्वच्छता के लिए एक उल्लेखनीय प्रयास कर रहे हैं किंतु इस पुनीत कार्य के लिए हम सब का योगदान आपेक्षित है गंगा नदी हमारे देश की अनमोल विरासत है आज गंगा सहित अधिकांश नदियों में प्लास्टिक की थैलियां के अलावा तरह तरह का कूड़ा कचरा डाला जा रहा है जबकि भारतीय संस्कृति में पावनी गंगा की मातृत्व पूजा का विधान हैl
गंगा दशमी न केवल पूजा-पाठ और अध्यात्म तक सीमित रखना चाहिए बल्कि इसके साथ हमें गंगा नदी के संरक्षण और गंगाजल के स्वच्छता पर भी कार्य करना चाहिए
सरदार पतविंदर सिंह का कहना है आइए,हम सब मिलकर गंगा नदी के संरक्षण में भागीदार बनकर अपना योगदान दें l