76 वर्षों की राष्ट्रीय राजनीतिक आपदा को मिटाने के लिए किसानों और महिलाओं और विद्यार्थियों, और व्यापारियों ने मिलकर सैनिकों के नेतृत्व में भाग लेकर भारत के नागरिकों के सभी अधिकारों को देने का निश्चय किया
76 वर्षों की राष्ट्रीय राजनीतिक आपदा को मिटाने के लिए, लोकतंत्र की रक्षा के लिए, भारत के नागरिकों के सभी अधिकारों को ऑटो मोड में देने के लिए सेना ने भारत की सभी 545 लोकसभा सीटों पर 2024 में चुनाव में सैनिकों और किसानों और महिलाओं और विद्यार्थियों, और व्यापारियों ने मिलकर सैनिकों के नेतृत्व में भाग लेकर भारत के नागरिकों के सभी अधिकारों को देने का निश्चय किया ।
वरिष्ठ पत्रकार राजेश कोछड़
चंडीगढ़ -भारतीय किसान जवान पार्टी के मुख्य वक्ता अध्यक्ष नारायण अंकुषे के साथ, ऋषिपाल अम्बावता, स्वामी दयाशंकर, प्रदीप हूडा, विजय देवसेना, आयुष्मान भारत, सूबेदार वीर सिंह ने अपने विचार रखे।
सभी ने जनता को भरोसा दिलाया की भारत में हर सामाजिक स्तर पर, राजनैतिक स्तर पर, आर्थिक स्तर पर, शैक्षिक मुद्दे पर, स्वास्थ्य के मुद्दे पर, न्याय के मुद्दे पर, रोजगार के मुद्दे पर अब तक की सभी सरकारें फेल रही हैं।
इस लिए भारत में हर सामाजिक मुद्दे पर बहुत काम होना बाकी है।
अबतक की सरकारें जुमलों और झूठे वादों के सर पर भारत की जनता को इस भयंकर सामाजिक आपदा में ले आये हैं, जिस प्रकार किसी भी आपदा के बचाव के लिए सेना को बुलाया जाता है, ठीक उसी प्रकार अब भारत के सैनिक 76 वर्षों से चली आ रही आपदा से बचाने के लिए राजनीती में आने को मजबूर हो गए हैं।
जिसमें किसान, मजदूर, महिलाएं, विद्यार्थी, व्यापारी भी क्योंकि किसानी से ही जुड़े हैं इसी लिए सभी का भरोसा सैनिकों पर है।
नारायण अंकुषे का कहना है महोदय, हम सभी सैनिकों ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण दिन भारत की सीमाओं की रक्षा के लिए दिए हैं। 1947 से अब तक लाखों सैनिकों और क्रांतिवीरों ने अपने प्राणों का बलिदान किया है।
हम सभी सैनिकों को यह विश्वास है कि पड़ोसी देशों से हमें खतरा नहीं है, और हम उनसे निपटने के लिए भारतीय सैन्य सजग है।
हमें असली खतरा देश के अंदर के भ्रष्टाचारी अधिकारियों और नेताओं से है, जो जातिवाद, ऊंच-नीच, धर्म, मंदिर-मस्जिद के नाम पर जहर राजनीतिक पार्टियां फैला रही हैं, जिससे देश पर भयंकर संकट आ गया है।
भारत के नागरिकों के असली मुद्दे रोटी, कपड़ा, मकान, सम्मान, शिक्षा, स्वास्थ्य, न्याय, समानता, रोजगार, आर्थिक विकास हैं, जो कि मंदिर-मस्जिद, हिन्दू-मुस्लिम, जाति-पाति, ऊंच-नीच के नाम पर 24 घंटे भ्रम फैलाकर जनता के दिलों में जहर घोला जा रहा है। सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन नहीं दी जा रही, किसानों को एमएसपी नहीं दी जा रही, महिलाओं को सुरक्षा नहीं दी जा रही, युवाओं को रोजगार नहीं दिया जा रहा, व्यापारियों को भ्रष्टाचार बढ़ाकर लूटा जा रहा है, नौकरीपेशा लोगों को टैक्स बढ़ाकर लूटा जा रहा है, सीबीआई, रॉ, ईडी, पुलिस, सभी को डराने के लिए सरकारी हथियार बना दिए गए हैं, सभी सरकारी संस्थान बेचे जा रहे हैं, समस्त देश में भयंकर डर का माहौल है। सामाजिक आवश्यकताओं का सभी सामान और सेवाएं दिन-प्रतिदिन महंगी हो रही हैं, रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले लगातार घट रही है।
एनडीए गठबंधन और इंडिया गठबंधन पिछले 76 वर्षों से बार-बार जनता को लूटते चले आ रहे हैं।
भारत के दुराचारी, भ्रष्टाचारी, बलात्कारी, अत्याचारी राजनेताओं और उनके सहयोगियों को बेदखल करने का समय आ गया है।
जब भी कोई बड़ी आपदा आती है, तो समाधान के लिए सेना को बुलाया जाता है।
76 वर्षों की राष्ट्रीय राजनीतिक आपदा को मिटाने के लिए, लोकतंत्र की रक्षा के लिए, भारत के नागरिकों के सभी अधिकारों को ऑटो मोड में देने के लिए सेना ने भारत की सभी 545 लोकसभा सीटों पर 2024 में चुनाव में सैनिकों और किसानों और महिलाओं और विद्यार्थियों, और व्यापारियों ने मिलकर सैनिकों के नेतृत्व में भाग लेकर भारत के नागरिकों के सभी अधिकारों को देने का निश्चय किया है।
इसलिए सभी मीडिया बंधुओं से अपील है कि सैनिकों, किसानो, मजदूरों, विद्यार्थियों, महिलाओं के समायोजन से जो महत्वपूर्ण घोषणाएं की गयी, उनका प्रचार भारत के सभी मीडिआ में करने का सहयोग प्रदान करें।
इस अवसर पर अनेक सैनिकों और किसानो के संगठन के और महिलाओं, विद्यार्थियों, व्यापारियों के संगठन अपना समर्थन देने के लिए प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिआ दिल्ली में उपलब्ध थे।