सैफई में अवैध गैस रिफिलिंग का धंधा फिर से शुरू, अप्रिय घटना को दे रहा है निमंत्रण, लोगों ने की कार्रवाई की मांग
- पूर्व सीओ आलोक प्रसाद ने आधा दर्जन दुकाने की थी सीज, थाना सैफई पुलिस के संरक्षण में अवैध गैस रिफ़लिंग का धंधा पुनः शुरू
- चार साल से सैफई में बंद था अवैध गैस रिफ़लिंग का धंधा, अब चालू होने से कभी भी हो सकता हादसा
सैफई ( इटावा) सैफई में कई जगहों पर खुलेआम वाहनों में अवैध रूप से गैस रिफिलिंग की जा रही है। गैस सिलेंडरों का अवैध कारोबार करने वालों की पुलिस से साँठगाँठ होने की वजह से कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। सूत्र बताते है कि अवैध गैस रिफ़लिंग करने वाले थाने में महीनाबंदी पहुँचाते है। जहां यह अवैध कारोबार तीन साल से बंद था वही थाना पुलिस ने बीते हफ़्ते यह काला कारोबार फिर से शुरू करवा दिया है।
सैफई क्षेत्र में अवैध रूप से गैस सिलेंडर की कालाबाजारी और गैस रिफिलिंग का काम थम नहीं रहा है। हालात यह हैं कि अब भी कई जगहों पर खुलेआम वाहनों में अवैध रूप से गैस रिफिलिंग की जा रही है। गैस सिलेंडरों का अवैध कारोबार करने वालों के ऊंचे रसूखात के चलते स्थानीय पुलिस व रसद विभाग भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। नतीजतन सैफई में अभी 10 से 12 जगहों पर खुलेआम गैस रिफिलिंग का काम हो रहा।
सैफई चौराहे पर, पीजीआई के पास, सैफई रेलवे लाइन के पास, सहित आसपास के कई गाँव में अवैध गैस रिफ़लिंग का गोरखधंधा किया जा रहा है। सैफई से इटावा रोड पर लगभग 300 से अधिक टेम्पो संचालित है और सैफई मेडीकल यूनिवर्सिटी के पास लगभग 100 मारुति वेन संचालित है जो गैस से चलती है। इसलिए यहाँ गैस की खपत बहुत ज़्यादा है।
वर्ष 2020 में गैस की अवैध दुकाने हुई थी सीज, तीन साल बाद थाना पुलिस के संरक्षण में पुनः हुई चालू
सैफई के निर्वतमान सीओ आलोक प्रसाद ने नवम्बर 2020 में सैफई में अवैध रूप से संचालित गैस रिफ़लिंग की आधा दर्जन दुकाने सीज कर कठोर कार्यवाही की थी और उस समय से यह धंधा पूरी तरह से बंद हो गया था। लेकिन बीते दिनों इस धंधे में लिप्त संचालको को बुलाया गया और उनकी मीटिंग की गई उसके बाद उनसे महीनबंदी रक़म तय की गई और यह धंधा पिछले हफ़्ते से शुरू कर दिया गया।
खुले में हो रहा है अवैध रिफ़लिंग का धंधा
सैफई में अवैध गैस रिफ़लिंग का गोरखधंधा थाना सैफई से मात्र 200 मीटर की दूरी पर संचालित है। लगभग छह दुकाने थाना सैफई से मात्र 200 मीटर की दूरी पर संचालित है। लेकिन पुलिस अंजान बनी हुई है और अपनी आँखों पर पट्टी बांध ली है।