हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में बाजरे से बने पकवानों से होगी विधायकों की आवभगत शीतकालीन सत्र 26 से, 28 तक चलेगा - यूपी न्यूज़ एक्सप्रेस

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गुरुवार, 22 दिसंबर 2022

हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में बाजरे से बने पकवानों से होगी विधायकों की आवभगत शीतकालीन सत्र 26 से, 28 तक चलेगा

 हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में बाजरे से बने पकवानों से होगी विधायकों की आवभगत शीतकालीन सत्र 26 से, 28 तक चलेगा  



मोहित कोछड़ 

चंडीगढ-हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इस बार विधायकों को मोटे अनाज यानी मिलेट से बने पकवान खाने को मिलेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2023 को मोटे अनाज वर्ष के तौर पर मनाने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में हरियाणा के कृषि मंत्री होने के नाते जयप्रकाश दलाल ने 26 दिसंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के अगले ही दिन यानी 27 दिसंबर को सभी विधायकों को दोपहर भोज देने का निर्णय लिया है।विधायकों की आवभगत मोटे अनाज के पकवानों से होगी। सत्र की तैयारियों को लेकर  विधानसभा में मीडिया से रूबरू हुए स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री ने भी मोटे अनाज और उससे बने खाद्य पदार्थों को प्रोत्साहित करने का आह्वान किया है। ऐसे में विधानसभा के शीतकालीन सत्र से इसकी शुरुआत हो रही है। विधानसभा की कैंटीन में भी मोटे अनाज के पकवान उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि सत्र को लेकर तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं।फिलहाल सत्र 26 से 28 दिसंबर तक चलना तय हुआ है, लेकिन अंतिम निर्णय 26 दिसंबर को होने वाली बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (बीएसी) की बैठक में होगा। सत्र रोजाना सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा। बीच में एक घंटे का भोजनावकाश रहेगा। गुप्ता की अध्यक्षता वाली नियम समिति ने गत मानसून सत्र से बैठकों की अवधि डेढ़ गुणा बढ़ाकर 6 घंटे कर दी है।

इससे पूर्व सत्र के पहले दिन दोपहर 2:00 बजे से 6:00 बजे तक यानी कि साढ़े 4 घंटे तथा बाकी दिन सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक मात्र 4 घंटे ही कार्यवाही के लिए निर्धारित थे। सत्र के लिए ड्रा भी निकाले गए। इस दौरान 3 दिनों के लिए 60 तारांकित प्रश्नों की पर्चियां निकाली गईं। ये प्रश्न 52 विधायकों की ओर से भेजे हैं। स्पीकर की देखरेख में हुए ड्रा की पर्चियां विधायक सीमा त्रिखा, असीम गोयल, प्रमोद विज, बलराज कुंडू और विधान सभा सचिव राजेंद्र कुमार नांदल और सचिवालय के अधिकारियों ने निकालीं।

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