लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ शर्मशार ,खुलेआम दलाली कर रहे हैं तथाकथित पत्रकार
O नोएडा, गाजियाबाद शहर में तथाकथित पत्रकारों की गैंग सक्रिय
O सुबह से शाम तक शराब की दुकानों की वीडियो बनाकर करते हैं ब्लैकमेलिंग
O तथाकथित गैंग का काफी समय से चल रहा है ब्लैकमेलिंग एंव दलाली का कारोबार
O पत्रकारिता की आड़ में अवैध वसूली ,शासन प्रशासन मौन
O तथाकथित पत्रकार अधिकारियों के साथ फोटो खिंचाकर करते हैं दुरुपयोग
गाजियाबाद/नोएडा:-जिले में न्यूज़ वेब पोर्टल की आड़ में ब्लैकमेलिंग और अवैध वसूली की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है अनाधिकृत और कुकुरमुत्ते की तरह उग आए वेब पोर्टलों पर सरकार द्वारा कारगर रोक नहीं लगाई जा रही है ,स्वतंत्र पत्रकारिता के नाम पर वेब पोर्टल की आड़ में तथाकथित पत्रकार अवैध उगाही और ब्लैकमेलिंग के जरिए मोटी कमाई का रास्ता ढूंढते हैं लोग इसे शॉर्टकट से कमाई का जरिया बनाने लगे हैं ,यह कोई आम बात नहीं है ,ब्लैकमेलिंग और अवैध वसूली के कारण लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ शर्मशार हो रहा है ।
नोएडा और गाजियाबाद शहर में इन दिनों फर्जी पत्रकारों को भी तथाकथित पत्रकारों से भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ,दरसअल जिन पत्रकारों को पत्रकारिता का ककहरा भी नहीं आता वे लोग हाथ में माइक आईडी लेकर अपने आपको बड़ा पत्रकार कहते हुए शहर में बिना किसी रोक टोक के वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग एंव अवैध वसूली करते हुए घूम रहे हैं ,ये लोग अपनी गाड़ियों पर बड़े बड़े शब्दों में प्रेस लिखाकर एंव अधिकारियों के साथ अपने फोटो डीपी पर लगाकर दुरुपयोग कर रहे हैं ,लेकिन इन पर सबकुछ जानते हुए कार्यवाही नहीं हो रही है इन दोनों शहरों में करीब दर्जन भर तथाकथित पत्रकार गैंग कार्य कर रहे है जिनका काम सिर्फ और सिर्फ मीडिया की आड़ में अवैध वसूली करना है ,इनके इस कृत्य से अच्छे पत्रकारों की छवि धूमिल हो रही है लोग हर एक पत्रकार को गलत नजरों से देखने लगे हैं कहावत है कि एक मछली सारे तालाब को गन्दा कर देती है इसी प्रकार तथाकथित पत्रकारों ने अवैध वसूली एंव उगाही के कारण पत्रकारिता के पेशा को गन्दा कर दिया है ।
शराब के ठेकों की वीडियो बनाकर अवैध वसूली
नोएडा और गाजियाबाद शहर में चर्चित तथाकथित पत्रकार गैंग सुबह से लेकर शाम तक शहर के शराब के ठेकों की वीडियो बनाकर सेल्समेनों से ब्लैकमेलिंग करके एंव वीडियो वायरल करने की धमकी देकर अवैध उगाही करते हैं एंव फ्री में शराब बीयर पीते हैं ,ओवर रेट की वीडियो बनाकर इस गैंग की शुरुआत लेन देन की हो जाती है और पेसो की वसूली करके मामला सिमट जाता है इनके इस बेहूदे कार्य से पत्रकारिता बुरी तरह कलंकित हो रही है आज इस शहर में पत्रकारों की वो हालात हो गई है कि हर एक युवक ब्लैकमेलर की नजरों से देखता है ।
चर्चित तथाकथित पत्रकार अली गैंग , ,घनश्याम गैंग एंव अन्य गैंग का आतंक
नोएडा ,गाजियाबाद शहर में अवैध वसूली एंव ब्लैकमेलिंग चर्चित तथाकथित पत्रकार गैंग अली गैंग ,घनश्याम गैंग एंव अन्य गैंग मशहूर है इन तथाकथित गैंग का कार्य केवल और केवल अवैध वसूली है यह चर्चित गैंगे सुबह अपने -अपने क्षेत्र चुनते हैं और गाड़ियां लेकर घर से निकलते हैं फिर जगह जगह शराब के ठेकों पर पहुंचते हैं और नए नए लडको को भेज कर ओवर रेट शराब बेच रहे सेल्समेनों की वीडियो बनाते हैं और फिर सौदेबाजी शुरू करते हैं इन गैंगों की सौदेबाजी की बोली बड़े स्तर से लगती है और फिर सेल्समेनों के द्वारा धीरे धीरे रुपयों को कम किया जाता है और वसूली की रकम लेकर मामले को खत्म किया जाता है फिर यह तथाकथित पत्रकार गैंग वसूली करके आगे बढ़ जाती है फिर आगे भी ऐसा ही सिलसिला शुरू हो जाता है इस प्रकार सुबह से शाम तक पत्रकारिता की आड़ में यह चर्चित गैंगे वसूली करती रहती है ,इनके इस कारनामे के कारण अच्छे पत्रकारों की भी छवि धूमिल हो रही है अब हर एक पत्रकार को लोग गलत समझने लगे हैं ।
तथाकथित पत्रकार गैंगों की आलीशान जिंदगी
शहर में चर्चित प्रमुख गैंगे (अली गैंग ,घनश्याम गैंग अपनी आलीशान जिंदगी जी रहे है पत्रकारिता की आड़ में शराब के ठेकों की वीडियो बनाकर और सेल्समेनों को डराकर एंव ट्वीट की धमकी देकर सुबह से शाम तक अवैध वसूली करते हैं इस अवैध वसूली के कारण इन गैंगों के सभी सदस्य आलीशान जिंदगी जीते हैं और लग्जरी गाड़ियों में घूमते हैं और उगाही के कारण बेनामी सम्पतियों के भी मालिक है ।
पत्रकारिता एक समाजसेवा है जो जनता की आवाज को शासन प्रशासन तक पहुंचाते हैं लेकिन कमाई की बात की जाए तो ईमानदारी में यह सब निःशुल्क है ,लेकिन कुछ तथाकथित इस पेशे को कलंकित कर रहे हैं और अवैध उगाही कर आलीशान जिंदगी एंव बड़े शौक मौज कर रहे हैं ।
नहीं लगी रोक तो हालत बद से बदतर हो जाएंगे
दोनों शहरों में कुकुरमुत्ते की तरह फैली तथाकथित पत्रकार गैंगों पर शासन प्रशासन ने रोक नहीं लगाई तो हालात बद से बदतर हो जाएंगे और शहर में पत्रकारों की वो हालात हो जाएगी जो कभी सोची नहीं होगी अभी तो कुछ कार्य इस गैंग के द्वारा गुप्त किए जा रहे हैं लेकिन ज्यादा समय हो जाने के कारण यह गैंगे खुलेआम लूट मचाएंगी जिससे आम जनता में संदेश बेहद गलत जाएगा और पत्रकारों को जगह जगह मुंह की खानी पड़ेगी और लोगों का विश्वास मीडिया से पूरी तरह खत्म हो जाएगा, इसके साथ साथ ठेका के संचालकों को सेल्समेनों की महीने की पगार बढ़ा देनी चाहिए जिससे कि सेल्समेनों को ओवर रेट शराब बेचकर ब्लैकमेकिंग का शिकार नहीं होना पड़ेगा ।
इन सभी तथाकथित गैंगों की हो उच्चस्तरीय जांच
दोनों शहर में अवैध उगाही एंव ब्लैकमेलिंग के लिए मशहूर चर्चित तथाकथित पत्रकार गैंगों की उच्चस्तरीय जांच की जानी चाहिए और जानकारी की जाए कि इनके पास क्या धंधा है और कहां से इनकी कमाई होती है किस प्रकार अपने परिवार को पाल रहे हैं तो बहुत से ऐसे मामले और खुलकर आ जाएंगे जो छिपे हुए हैं ,काफी ऐसी जगह हैं जहां से इन गैंगों के पास महीनेदारी आती है इसमें सट्टा माफिया ,गांजा माफिया एंव शराब माफिया भी शामिल हैं । यह गैंगे अवैध कार्य करने वालो को अपना पूरा संरक्षण देती है और किसी प्रकार की कोई भी कार्यवाही न होने की पूर्ण रूप से जिम्मेदारी लेती है ,इनके संरक्षण ना जाने कितने और अवैध कार्य किए जा रहे हैं अगर जांच बड़े स्तर से हो जाए तो यह सभी तथाकथित जेल के अंदर होंगे और इनकी बेनामी सम्पतियों पर बुलडोजर चल जाएगा ।