साईबर हैल्पलाइन मुख्यालय, कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर द्वारा गाङी बुकिंग के नाम पर लाखो की ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के 5 सदस्य गिरफ्तार - यूपी न्यूज़ एक्सप्रेस

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गुरुवार, 23 मार्च 2023

साईबर हैल्पलाइन मुख्यालय, कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर द्वारा गाङी बुकिंग के नाम पर लाखो की ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के 5 सदस्य गिरफ्तार

 साईबर हैल्पलाइन मुख्यालय, कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर द्वारा गाङी बुकिंग के नाम पर लाखो की ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के 5 सदस्य गिरफ्तार 



नोएडा: साईबर हैल्पलाइन मुख्यालय पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के द्वारा थाना सेक्टर-113 पुलिस के सहयोग से गाडी बुकिंग के नाम पर लोगों के साथ धोखाधडी कर लाखो रुपयों ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया  है। इस गेंग ने किराये पर कार देने के लिये एक फिशिंग वेबसाईट  www.mahalaxmicarrental.in  बनायी थी, जिसका प्रचार गूगल ऐड के माध्यम से किया जाता था। इनकी वैबसाइट पर बुकिंग का पेमेंट करने वाले ग्राहकों का डेबिट / क्रेडिट कार्ड नम्बर, सी.वी.वी नम्बर, कार्ड की एक्सपायरी डेट लेकर वाटसअप के माध्यम से ए.पी.के फाईल भेजकर एस.एम.एस फारवर्डिग की स्क्रिप्ट भेजकर उनके खातो से जमा राशि निकालकर ठगी कर लेते है। जांच के दौरान 5 व्यक्तियों को 01 अदद लैपटॉप  05 फ़ोन, एक अदद टैब, 03 अदद डेबिट कार्ड, 43 हजार रूपये समेत आदित्य अर्बन कासा सोसायटी सेक्टर-78 नोएडा से गिरफ्तार किया गया है। ये लोग अपने साथियों के साथ मिलकर लाखो रुपये की ठगी कर चुके है। इनका अपराध क्षेत्र नोएडा दिल्ली एनसीआर सहित सम्पूर्ण भारत है। अभियुक्तगण के विरुद्ध थाना सेक्टर 113 नोएडा पर  मु0अ0स0 100/2023 धारा 420 भादवि व 66 आई टी एक्ट पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जा रही  है। 

अभियुक्तगण द्वारा फिशिंग वेबसाईट  www.mahalaxmicarrental.in  बनवाकर गूगल ऐड /SEO के माध्यम से प्रचार किया जाता है, जिसमें रेन्ट पर कार लेने के इच्छुक व्यक्ति बुकिंग हेतु अपना आवेदन/रजिस्ट्रेशन करते है, जिससे उनका मोबाईल नम्बर, नाम व बुकिंग डेस्टीनेशन आदि की डिटेल वैबसाइट पर सुरक्षित हो जाती हैं। इसके उपरान्त अभियुक्तगण वैबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करने वाले ग्राहकों को बुकिंग अमाउंट के लिये इसी बैबसाइट पर 101 रु. की ट्रांजेक्शन करने के लिये कहते हैं।  फिशिंग वैबसाइट पर इस ट्रांजेक्शन के बहाने ग्राहकों के डेबिट कार्ड/ क्रेडिट कार्ड नम्बर, सी.वी.वी नम्बर, एक्सपायरी डेट आदि डिटेल अभियुक्तगण को मिल जाती है। उक्त 101 रू0 की ट्रांजेक्शन फेल हो जाने पर अभियुक्तगण ग्रहकों को फिर काल करते है तथा वाटसअप के माध्यम से ए.पी.के फाईल भेजकर महालक्ष्मी की ऐप डाउनलोड यह बोलकर कराते है कि आपको बुकिंग में छूट मिल जायेगी, इस एपीके फाईल में एस.एम.एस फारवर्डिग की स्क्रिप्ट होती, जिससे इन व्यक्तियों के माबाईल पर आने वाले सभी एस.एम.एस अभियुक्तगण को प्राप्त हो जाते है, जिससे ग्राहकों/उपभोक्ताओं के डेबिट कार्ड/ क्रेडिट कार्ड से  फोनपे/ पेटीएम/ क्रेड आदि पेमेंट गेटवे के माध्यम से पैसा फर्जी बैंक खातो में ट्रांसफर कर निकाल लेते है।

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