नौकरी के नाम पर ठगी करने वाला गिरफ्तार
फर्जी नियुक्त पत्र जारी कर ,लेता था लाखों रुपए
करीब 4 दर्जन लोगों को बनाया अपनी ठगी का शिकार
ठग सुरेन्द्र यादव पत्रकारिता को भी कर चुका था कलंकित , कई मीडिया संस्थानो को दीमक की तरह खा गया था
गाजियाबाद शहर में इसके संरक्षण में चलता था गांजा का कारोबार ,बड़ा वाला शातिर है ठग सुरेंद्र कुमार
गाजियाबाद: आयकर भवन में फर्जी नियुक्ति के मामले में कमिश्नरेट लखनऊ पुलिस को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब सुरेन्द्र कुमार नामक ठग को दबोच लिया ,यह आरोपी इस आयकर भवन में फर्जी नियुक्त पत्र जारी करने एंव लोगों से ठगी करने की मास्टरमाइंड प्रियंका मिश्रा का काफी करीबी है ,04 जनवरी को लखनऊ के हजरतगंज थाना पुलिस ने इसे विजयनगर गाज़ियाबाद से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है ।
यह था मामला
22 नवंबर 2022 को अनिन्ध चौधरी आयकर अधिकारी जनसंपर्क कार्यालय प्रधान मुख्य आयुक्त लखनऊ द्वारा थाना हजरतगंज में तहरीर दी गई और बताया गया कि आयकर विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए लेने तथा बदले में कुटरचित ज्वाइनिंग लेटर देने तथा वापस पैसे मांगने पर ठगों द्वारा रुपए हड़पे गए थे इसी मामले के सम्बंध में थाना हजरतगंज में मुकदमा पंजीकृत किया गया था जिसकी विवेचना उपनिरीक्षक विनय कुमार तिवारी द्वारा की जा रही थी ,विवेचना के दौरान 04 लोगों के नाम प्रकाश में आए थे जिसमें सूरज मिश्रा व प्रियंका मिश्रा ,लक्ष्मीनारायण को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी थी बाद में सुरेन्द्र यादव को उसके घर विजयनगर गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया ।
ठग एंव जालसाज आरोपी सुरेन्द्र कुमार बेरोजगार युवको को झांसे में लेकर उन्हें नौकरी देने के बहाने आरोपी सूरज मिश्रा व प्रियंका मिश्रा के पास भेजता था जिनके द्वारा फर्जी नियुक्त पत्रों को उम्मीदवारों को देता था ,फर्जी नियुक्त पत्र प्रियंका मिश्रा द्वारा बनाकर सूरज मिश्रा को दिया जाता था तथा फर्जी नियुक्त पत्र उम्मीदवारों को वितरित किए जाते थे ।
सुरेन्द्र यादव ने करीब 04 दर्जन युवकों से की ठगी
हजरतगंज पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर ठग सुरेन्द्र कुमार ने 25 लोगों से वसूली की बात कबूली है इस ठग ने हर एक युवक से 50 हजार से 1.5 लाख रुपए तक वसूले हैं ,प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज ने 22 नवंबर को ही फर्जी नियुक्त पत्र बांटते समय प्रियंका मिश्रा को दबोचा गया था इसके बाद गिरोह में शामिल सूरज मिश्रा और लक्ष्मीनारायण को दबोचा गया था अब सुरेन्द्र कुमार को भी पकड़ा गया है ।
ठग सुरेन्द्र यादव पत्रकारिता भी करता चूका है कलंकित
गाजियाबाद शहर का नामचीन ठग इससे पहले पत्रकारिता को भी कलंकित कर चुका है इसने कई मीडिया संस्थान में कार्य करते हुए उसी संस्थान को दीमक की तरह चट कर दिया ,उस मीडिया संस्थान के कार्ड बिना संपादक की जानकारी के चोरी छिपे बना देता था और युवकों से रुपए ले लेता था इसकी यह ठगी कई वर्षों तक चलती रही ।
ठग सुरेन्द्र यादव के संरक्षण में चलता था गांजा का कारोबार
ठग सुरेन्द्र कुमार अपने आपको बड़ा पत्रकार बताता था और गाजियाबाद शहर में अवैध कार्य करने वाले लोगों से महीनेदारी लेता था ,इस ठग के संरक्षण में शहर में कई जगह अवैध नशीले पदार्थ गांजा का कारोबार होता था यह ठग गांजा तस्करों से कार्यवाही न होने के नाम पर रुपए ऐंठता था ।
चलना चाहिए बाबा का बुलडोजर
सीएम योगी द्वारा उत्तर प्रदेश में जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है हर एक भ्रष्टाचारी ,ठगों एंव अवैध कार्य करने वालो पर लगातार बड़ी कार्यवाही की जा रही है और ज्यादा बड़े मामले में संलिप्त आरोपियों के घर पर बुलडोजर भी चलाया जा रहा है इसी प्रकार गाजियाबाद शहर का नामचीन ठग ,जालसाज तथाकथित पत्रकार सुरेन्द्र यादव की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और इस ठग के सभी काले कारनामों को जनहित में खोलकर और इसके द्वारा अवैध कार्यों से बनाई अकूत संपति पर बुलडोजर चलाकर एक बार फिर अच्छा संदेश जनता में जारी किया जाए ।