हिंदी का जो स्तर गिर रहा है उसके जिम्मेदार हम स्वंम हैं-न्यायमूर्ति डॉ गौतम चौधरी
प्रयागराज।साहित्य संस्कृत संस्थाओं की ओर से गुरुवार को हिंदी दिवस उत्साह से मनाया गया। इस अवसर पर हिंदी साहित्य सम्मेलन में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति डॉक्टर गौतम चौधरी ने कहा कि हिंदी का जो स्तर गिर रहा है उसके जिम्मेदार हम स्वंम हैं। हिंदी को सहज और सरल बनाने की जरूरत है हम निचली अदालतों में 70 से 80% कार्य हिंदी में हो रहा है। अध्यक्षता करते हुए महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि आज पूरे विश्व में हिंदी को लेकर चेतना जागृत हुई है। संतोष नारायण ने कहा कि हिंदी एक भाषा नहीं बल्कि एक संहिता है। डॉ विद्याकांत तिवारी ने कहा कि हिंदी दुनिया में अपना स्थान बना रही है साथ ही कहा कि स्वभाषा और स्वसंस्कृति का संघर्ष निरंतर जारी है। साहित्य मंत्री डॉ राम किशोर शर्मा ने कहा कि वह दिन कभी ना आए कि हम हिंदी को स्मृति में रखने के लिए हिंदी दिवस मनाएं।विशिष्ट अतिथि वीरेंद्र पाठक ने कहा कि हिंदी गौरव को बढ़ाती है चंद्रप्रकाश पांडे प्रोफेसर राज किशोर शर्मा ने विचार व्यक्त किया राजेंद्र शुक्ला डॉक्टर गीता पांडे विवेक सत्यांशु ने काव्य पाठ किया।संचालन शेषमणि पांडेय ने किया