बड़े अतिक्रमणकारियों पर प्रशासन करे कार्रवाई छोटे गरीबों का उत्पीड़न नही होगा स्वीकार
-फड़ व्यवसाईयों के लिए स्थान उपलब्ध कराए पालिका
- 20 को बंद रहेंगे फड़ खोखे
लंबे समय बाद पालिका अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चला रही है,नगरमें सड़कों विभिन्न मार्गों में सुविधाओं के लिए चलाया जा रहा अभियान सराहनीय है, पर पालिका द्वारा प्रशासन के आदेश पर इन दिनों अतिक्रमण हटाने के नाम पर जेसीबी चलाई जा रही है। वहीं बड़े अतिक्रमणकारी अतिक्रमण किए गए भवनों का सौंदर्यीकरण कर रहे हैं व कई बार प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठे रहते हैं। इधर गरीबों पर कार्रवाई के विरोध में फड़ एसोसिएशन ने बीस मार्च को फड़ बंद रखने का ऐलान किया है।
शनिवार को नगर पालिका ने प्रशासन के आदेश के बाद जिला चिकित्सालय के समीप के फड़ खोखों पर जेसीबी चलाने का प्रयास किया। जिसे बाद में पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण और व्यापार मंडल अध्यक्ष के विरोध के बाद उनकी समस्याओं के समाधान तक रोक दिया गया था, छोटे व्यवसायियों पर कार्रवाई का हालांकि व्यवसायी विरोध कर रहे थे परंतु आम जनता अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पर सहमति जताते हुए कह रही थी कि बड़े अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है। नगर के विभिन्न मार्गों पर कई होटल दुकानें आवासीय इकाई बन चुके हैं, भागीरथी नाले के उपर दुकानें बनाकर लोगों ने किराये में दी है परंतु प्रशासन को यह नजर नहीं आ रहा है। जिन लोगों ने बढ़ा अतिक्रमण किया है उनके खिलाफ मात्र चालानी कार्रवाई की गई है व उनके साथ प्रशासन के अधिकारी बैठे दिखाए देते हैं कई सरकारी कार्यक्रम इन होटलों में आयोजित करके उन्हें भारी भरकम राशि किराये के रूप में देकर प्रोत्साहित किया जाता है, परंतु गरीबों के अतिक्रमण को हटाकर अपनी पीठ थपथपाई जा रही है।उन्होंने अतिक्रमण हटाने का सहयोग की बात कहते हुए रसूखदारों को संरक्षण और गरीबी के बीच परिवार का भरण पोषण करने के लिए लगाए जा रहे फड़ व्यवसाईयों का उत्पीड़न किसी हालत में बर्दाश्त नही करने की बात कही,वही सड़क नदी नालों पर जबरन बड़े अतिक्रमणकारियो पर कार्रवाई हो नगर अतिक्रमण मुक्त हो, सुनियोजित विकास हो सबके कल्याण के लिए कार्य हो ऐसी नीति बनाई जाए,वही फड़ व्यवसाईयों के लिए सुनियोजित स्थान निर्धारित करने की बात कही, इधर व्यापार संघ ने गरीबों के खोखे तोड़ने के विरोध में बैठक आयोजित की जिसमें तय किया कि 20 मार्च को सभी फड़ खोखे दुकानें बंद रखेंगे व उपजिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन करेंगे। बैठक में व्यापार संघ अध्यक्ष कवि जोशी ने कहा कि स्ट्रीट वेंडर अधिनियम (पथ विक्रेता (जीविका संरक्षण और पथ विनियमन)अधिनियम 2014 के तहत किसी भी पथ विक्रेता को 30 दिन पहले नोटिस दिया जाना होता है और उससे पहले उसे कही और पुनः स्थापित किए जाने की व्यवस्था, का प्रावधान है, जबकि पथ विक्रेता को तीन दिन पहले ही नोटिस दिया गया और फिर आननफानन में प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने का दिखावा करने के लिए छोटे व्यवसाईयों की दुकानें तोड़ी जा रही है,जो नियमों के खिलाफ है।चेतावनी देते हुए प्रशासन द्वारा फड़ एसोसियन की बात नही मानी जाएगी तो उसके बाद व्यापार संघ भी उनके समर्थन में पूर्ण बाजार बंद करने के लिए बाध्य होगा।इस दौरान फड़एसोसिएशन अध्यक्ष किशन राम,भीम कुमार, पंकज जोशी, महेश सिंह, जीवन लाल, कैलाश चंद्र, जानकी, राजेंद्र गिरी आदि उपस्थित थे