गुलावठी के नर्मदेश्वर महादेव मंदिर पर "यदुकुल परिवार" द्वारा आयोजित साप्ताहिक "श्रीमद् भागवत कथा" का हुआ समापन
👉कथा वाचक ने 7 वें दिन बताया,कलयुग में प्रभु नाम के जप का महत्व।
बुलंदशहर: जनपद के नगर गुलावठी में स्थित नर्मदेश्वर महादेव मंदिर पर "यदुकुल परिवार" द्वारा विगत 18 फरवरी 2024 को नगर में निकली भव्य कलश यात्रा के बाद से प्रारंभ कराई गई साप्ताहिक "श्रीमद् भागवत कथा" का 24 फरवरी 2024 दिन शनिवार को समापन हुआ। आपको बता दें,आयोजित कथा के 7 वें दिन का प्रमुख महत्व बताते हुए कथावाचक सरोज उर्फ राधे नागर (बरसाने वाली) मूल निवासी ग्राम नवादा कस्बा गुलावठी जिला बुलंदशहर ने कहा कि,भक्त को सतयुग में प्रभु प्राप्ति के लिए कठिन तपस्या करनी पड़ती थी किंतु कलयुग में तो नाम जप से ही प्रभु की प्राप्ति हो जाती है। प्रतिदिन की भांति कथा 1 बजे शुरू होकर 5 बजे संपन्न हुई। व्यासपीठ से कथावाचक द्वारा सातों दिन सुखदेव महाराज की भांति श्रवण कराई गई कथा का प्रतिदिन एक आसन पर विराजमान होकर राजा परीक्षित स्वरूप निशा पत्नी रामकिशन यादव ने रसपान किया। प्रतिदिन की भांति 7 वें दिन कथा का समापन "बांके बिहारी तेरी आरती गाउं" को गुनगुनाते हुए किया गया। कथा में उपस्थित पंडित संजय द्वेदी निवासी चित्रकूट द्वारा 25 फरवरी 2024 दिन रविवार को सुबह 9 बजे हवन किया जाएगा,जिसके बाद दोपहर 12 बजे विशाल भंडारे स्वरूप प्रसाद वितरण किया जाएगा, जिसमें शामिल होकर कथा के प्रसाद को ग्रहण करने का शोभाग्य प्राप्त करें। बताते चलें, आयोजित कथा के प्रतिदिवस समस्त यदुकुल परिवार सहित भारी संख्या में नगरभक्तों ने अपनी अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर कथा श्रवण कर विशेष धर्मलाभ उठाया।