नेताजी के फैसलों से बदली देश की सियासत, स्मारक बनेगा लोगों के लिए
नेता जी के विश्व स्तरीय स्मारक 8.3 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा. इसे बनाने में करीब 80 करोड़ रुपए खर्च होंगे
सैफई । मुलायम सिंह यादव की जयंती पर सैफई में उन्हें समर्पित स्मारक का भूमि पूजन किया गया. इस मौके पर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सैफई नेताजी के सपना था, वो कहीं भी रहे व पहुंचे पर अपनों को कभी नहीं भूले. उनके ही स्मारक की आज यहां नींव रखी गई.
पूर्व रक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की जयंती पर सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक सहित कई अन्य मंत्रियों और नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है. इस मौके पर सैफई में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह यादव की जयंती पर उनके स्मारक का भूमि पूजन और शिलान्यास किया. सैफई में मुलायम कुनबे के साथ समाजवादी नेता कार्यक्रम में पहुंचे हैं. देश की सियासत में मुलायम सिंह यादव के कद की बात करें तो उनके सभी दलों के प्रमुख नेताओं से अच्छे संबंध रहे. दलीय सीमा से हटकर मुलायम सिंह यादव ने कई बार लोगों की मदद भी की. इसलिए उनकी जयंती पर आज देश भर से लोग श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं. आम लोगों के बीच नेताजी के नाम से मशहूर मुलायम सिंह यादव अखाड़े के पहलवान थे. उन्होंने दंगल में अच्छे-अच्छे पहलवान को अपने दांव से चित किया. उनके पिता सुघर सिंह यादव की ख्वाहिश थी कि वह हिंद केसरी का खिताब जीतें, लेकिन कुश्ती के माहिर मुलायम सिंह यादव शिक्षक बन गए. उन्होंने अपने जीवन में काफी संघर्ष किया. मुलायम सिंह की पढ़ाई-लिखाई इटावा, फतेहाबाद और आगरा में हुई. उन्होंने आगरा विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर (एमए) और बीटीसी की. इसके बाद इंटरमीडिएट कालेज में प्रवक्ता नियुक्त हो गए. कुछ दिनों तक मैनपुरी के करहल स्थित जैन इंटर कॉलेज में प्राध्यापक भी रहे. मगर, सक्रिय राजनीति में आने के बाद नौकरी से त्यागपत्र दे दिया. वह दंगल के दांव पेंचों के माहिर थे।
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मंच पर उपस्थित 51 बुजुर्ग समाजवादियों का शाल ओढ़ाकर सम्मान किया। इसके बाद राम आसरे कुशवाहा और जय शंकर पांडेय की किताब का विमोचन किया। इसके बाद राजपाल कश्यप ने उनको चित्र भेंट किया है। मंच पर सपा कार्यकर्ता गीत प्रस्तुत करके नेता जी और अखिलेश की उपलब्धियां गिनायी। पूर्व एमएलसी काशीनाथ ने गीत गाया, हे! नेता जी तुम हो दीनानाथ। इससे पहले इटावा के मोहम्मद अफसर समेत कई ने गीत प्रस्तुत किए।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने नेताजी मुलायम सिंह यादव के अंत्येष्टि स्थल को फूलों से सजाया । उसके साथ-साथ मंच को भी फूलों से सजाया गया है, कई जगह नेताजी मुलायम सिंह यादव की जनसभा संबोधित करते हुए भी फोटो लगाई गई है।
कार्यक्रम में 11:50 पर अखिलेश यादव मंच पर पहुंचे, प्रोफेसर रामगोपाल यादव भी मंच पर पहुंचे जिन्होंने उठाकर सभी का अभिवादन किया। 12:10 पर सांसद डिंपल यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमलता यादव, सरला यादव, राजलक्ष्मी यादव, स्वीटी यादव, अनुभा यादव, एवं अखिलेश यादव के बेटे अर्जुन एवं बेटी टीना पहुंची। जिन्होंने सबसे पहले नेताजी की समाधि स्थल पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पीत कर श्रद्धांजलि दी। इसके आलावा राजपाल सिंह यादव,अभय राम सिंह यादव,अनुराग यादक,पूर्व सांसद धर्मेंद्र,पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष आदित्य यादव, आर्यन यादव,कार्तिकेय यादव मौजूद रहे।
आगे की लाइन में मंच पर सपा प्रमुख अखिलेश, रामगोपाल शिवपाल, डिंपल, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामजीलाल सुमन, नरेश उत्तम पटेल, राजेंद्र चौधरी, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश, सपा के राष्ट्रीय महासचिव राम अचल राजभर, विधायक अवधेश प्रसाद, पूर्व कैबिनेट मंत्री नारद राय मौजूद रहे।
एमएलसी मुकुल यादव, नवनिर्वाचित जिला अध्यक्ष प्रदीप उर्फ बबलू, अजय यादव गुल्लु नगर पालिका अध्यक्ष भरथना,राजवीर यादव राजकीय ठेकेदार नगला तेज, भारत सिंह खदरी, प्रदीप यादव आढ़तिया महोला, राजवीर बाबा, चंदगीराम यादव आदि मौजूद रहे