जीतने की जिद
जीतने की जिद है, जीत कर रहेंगें।
आसान है जिंदगी, बताकर रहेंगें।
कामयाबी हर मोड़ पर, नक्शा अपने हाथ मे।
सच्चाई की राह पर, कुछ नया करके रहेंगें।
आसान है जिंदगी, बता कर रहेंगें।
सपने बहुत देखे, रात के उजियारे में।
जगमागते सूरज को, पा कर रहेंगें।
आसान है जिंदगी, बता कर रहेंगें।
गांव क्या शहर क्या, किस्मत के खेल में।
मेहनत, साहस से भाग्य, चमका कर रहेंगें।
आसान है जिंदगी, बता कर रहेंगें।
कुछ साथ है, कुछ छूट गए, जीवन के मेले में ।
चलते चलते एक दिन, मंजिल को छू कर रहेंगे।
आसान है जिंदगी, बता कर रहेंगें।
कवि : प्रो डॉ दिनेश गुप्ता- आनंदश्री
आध्यात्मिक व्याख्याता एवं माइंडसेट गुरु