सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं -एडवोकेट डॉ एपी सिंह
दिल्ली: पटना हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिलने के बाद बिहार के पत्रकार मनीष कश्यप को रिहा कर दिया गया है. बता दें कि मनीष को बिहार की बेऊर जेल में रखा गया था. 9 महीने बाद मनीष को जेल से रिहाई मिली है. मनीष को पहले तमिलनाडु ले जाया जाना था, मगर, पटना सिविल कोर्ट के फैसले के बाद बिहार में ही रखा गया.रिहाई के बाद मनीष कश्यप समर्थकोँ में खुशी की लहर है बाहर निकलते ही समर्थको ने मनीष कश्यप का फूल माला पहनाकर स्वागत सम्मान किया ।
मनीष कश्यप की रिहाई होने के बाद सुप्रीम कोर्ट के जाने माने एडवोकेट डॉ एपी सिंह ने कहा कि आज बड़े ही खुशी का दिन है बिहार का बेटा पढा लिखा मनीष कश्यप जिसने पत्रकारिता के माध्यम से विहार पूर्वांचल,प्रवासी ,हिंदी ,मजदूरों,मजलूमों, शोषितों की पत्रकारिता के माध्यम से लड़ाई लड़ी ।जिसका परिणाम यह हुआ कि राजनीतिक विध्वंस की भावना से उस पर एनएसए रासुका लगा दी गई इसके साथ साथ और भी कई सारे झूठे केस लगा दिए गए।केसों की लम्बी लिस्ट तमिलनाडु एडवोकेट की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई ।पत्रकारिता से उठे हुए व्यक्ति पर इस तरह से झूठे आरोप लगाए गए आज यह शिद्ध हो गया क्योंकि मनीष कश्यप विहार की जेल से बाहर आ गया है।लोगों के बीच में है आम जनता के बीच में है तो ये शिद्ध हो गया सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं ।मनीष कश्यप की जीत इस देश के सभी पत्रकारों ,सामाजिक लोगों ,सामाजिक संगठनों ,सभी धर्म जाति ,क्षेत्र भाषा ,सम्प्रदाय के लोगों की जीत है ।कानून की जीत है ,संविधान की जीत ,न्याय की जीत है ,सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास और सबके साथ न्याय होते हुए की जीत है ।एनएसए हटी रासुका हटी और रिहाई हो गई ।एक सैनिक के बेटे का खून इतना गलत नहीं हो सकता है कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन जाए ।ये सभी आरोप झूठे एंव मनगढ़ंत थे ।